भारतीय क्रिकेट के पांच दिग्गज जी ने कभी कप्तानी नहीं दी गई  

क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने 2000 में एक बार भारतीय टीम की कप्तानी की थी, लेकिन 2007 में उन्होंने कप्तानी छोड़ दी और उसके बाद उन्हें कभी कप्तान नहीं बनाया गया। 

वीरू नाम से प्रसिद्ध वीरेंद्र सेहवाग एक विस्फोटक बल्लेबाज थे।  उनकी आक्रामक बल्लेबाजी शैली के बावजूद, उन्हें कभी भी भारतीय टीम का कप्तान नहीं बनाया गया। 

युवराज सिंह एक शानदार बल्लेबाज और ऑलराउंडर थे। 2011 विश्व कप में 'मैन ऑफ द सीरीज' का पुरस्कार जीतने के बावजूद उन्हें कभी कप्तान नहीं बनाया गया। 

'भज्जी' नाम से प्रसिद्ध हरभजन सिंह भारत के सबसे सफल स्पिन गेंदबाजों में से एक हैं।  उनकी नेतृत्व क्षमता के बावजूद उन्हें कभी कप्तान नहीं बनाया गया। 

अश्विन भारत के सबसे सफल ऑफ स्पिन गेंदबाजों में से एक हैं।  उनकी शानदार गेंदबाजी और रणनीतिक सोच के बावजूद उन्हें कभी कप्तान नहीं बनाया गया। 

क्रिकेट में कप्तानी सिर्फ प्रदर्शन पर ही आधारित नहीं होती है, बल्कि कई अन्य कारकों पर भी निर्भर करती है, जैसे कि नेतृत्व क्षमता, टीम में प्रभाव, और व्यक्तित्व।