मोदी को वोद देने की अनुप्रिया की अपील कितनी कारगर होगी

By ADARSH UMRAO

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अनुप्रिया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पक्ष में अनुप्रिया पटेल रोहनिया और सेवापुरी में जनसभा न करें, इसकी उम्मीद कम ही है। जानकार बताते हैं कि यदि मोदी के सामने यदि कोई दमदार कुर्मी मैदान में नहीं उतरता तो अनुप्रिया पटेल सभा करें या न करें, कुर्मी मतदाता नरेंद्र मोदी को ही वोट करेंगे। यदि पल्लवी पटेल ताल ठोक देती हैं तो अनुप्रिया पटेल की अपील उतनी कारगर नहीं होगी, जितनी उम्मीद बीजेपी को होगी। इसका उदाहरण भी दिया जा रहा है। 2022 के विधानसभा चुनाव में पल्लवी पटेल कौशांबी जिले की सिराथू विधानसभा से समाजवादी पार्टी से सिंबल पर मैदान में थीं। उनके सामने भाजपा के दिग्गज नेता उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य थे। एनडीए का सहयोगी दल होने के नाते अपना दल एस अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल ने केशव प्रसाद मौर्य के पक्ष में सभा की थी। इसके बावजूद केशव प्रसाद मौर्य को हार मिली। पल्लवी के कारण वहां के कुर्मी मतदाताओं पर केशव प्रसाद मौर्य को जिताने की अनुप्रिया पटेल की अपील काम नहीं आई। इससे साबित होता है कि कुर्मी समाज अनुप्रिया पटेल के साथ मजबूती से खड़ा है, इसे बीजेपी यदि अपने पक्ष में मान रही है तो यह उसकी भूल है।

पीडीएम के अंदर पल्लवी की उम्मीदवारी पर क्या है चर्चा

विभिन्न स्रोतों से छनकर आ रही जानकारी के मुताबिक पीडीएम न्याय मोर्चा की तरफ से वाराणसी सहित आसपास के जनपद की सीटों को लेकर मंथन लगातार जारी है। दावा किया जा रहा है की पांच प्रत्याशियों में पल्लवी पटेल का नाम सबसे आगे चल रहा है। वाराणसी से अपना दल कमेरावादी नेता और पीडीएम न्याय मोर्चा की अगुवाई कर रही पल्लवी पटेल 2024 लोकसभा चुनाव की प्रत्याशी हो सकती हैं। 22 अप्रैल तक वाराणसी प्रत्याशी के नाम का ऐलान कर दिए जाने की संभावना है। दरअसल वाराणसी से पीडीएम न्याय मोर्चा एक मुस्लिम प्रत्याशी को उतारने की तैयारी में रहा है, लेकिन 14 अप्रैल की शाम को बहुजन समाज पार्टी की तरफ से अतहर जमाल लारी को वाराणसी से प्रत्याशी घोषित करने के बाद वाराणसी से पल्लवी पटेल सबसे प्रमुख दावेदार के रूप में देखी जा रही हैं। इससे पहले भी वाराणसी सीट पर चुनाव लड़ने को लेकर पल्लवी पटेल का नाम काफी सुर्खियों में रहा है।

 

अनुप्रिया

गठबंधन के नेताओं का दावा है कि 22 अप्रैल तक वाराणसी सीट पर प्रत्याशी के नाम का ऐलान कर दिया जाएगा। वर्तमान समीकरण के अनुसार पल्लवी पटेल प्रधानमंत्री मोदी को चुनाव में चुनौती देने वाली सबसे मजबूत दावेदार होंगी। हालांकि देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले समय में वाराणसी जैसे हाई प्रोफाइल चर्चित सीट पर पीडीएम न्याय मोर्चा का कौन उम्मीदवार होता है। यदि पल्लवी पटेल की उम्मीदवारी तय होती है तो मोदी की जीत का अंतर प्रभावित होना तय है, क्योंकि रोहनिया और सेवापुरी में उनकी राह में कांटे ही कांटे होंगे।

ADARSH UMRAO

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