Mohammed Siraj की राह भारतीय क्रिकेट टीम तक आसान नहीं थी. आइये जानते हैं उनके संघर्ष की कहानी (Let’s learn about the struggle story of Mohammed Siraj):
Financial struggles and early life:
- सिराज का जन्म हैदराबाद में एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था. उनके पिता जी मोहम्मद गौस एक ऑटो रिक्शा चालक थे. [financial struggles of mohammed siraj]
- परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी न होने के कारण क्रिकेट के लिए कोचिंग लेना या किसी बड़ी एकेडमी में जाना मुश्किल था.
- शुरुआत में सिराज टेनिस बॉल से क्रिकेट खेलते थे.
Shift to fast bowling and talent recognition:
- कुछ दोस्तों की सलाह पर सिराज ने गेंदबाजी पर ध्यान देना शुरू किया. उनकी रफ्तार और गेंद को स्विंग कराने की कला को देखते हुए उन्हें जल्दी ही पहचान मिली.
- स्थानीय स्तर पर अच्छा प्रदर्शन करने के बाद सिराज को हैदराबाद की अंडर-23 टीम में चुना गया.
Domestic Success and IPL:
- घरेलू क्रिकेट में लगातार शानदार प्रदर्शन के दम पर सिराज ने रणजी ट्रॉफी में भी जगह बनाई.
- इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में उन्हें साल 2018 में सनराइजर्स हैदराबाद की टीम में शामिल किया गया.
Mohammed Siraj International Debut and Challenges:
- साल 2021 में सिराज को ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारतीय टेस्ट टीम में शामिल किया गया. उस समय उनके पिता का देहांत हो गया था, लेकिन कड़े क्वारंटीन नियमों के चलते वे अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो सके.
- इसके बाद उन्होंने टेस्ट, वनडे और टी20 फॉर्मेट में शानदार प्रदर्शन किया और भारतीय टीम के अहम गेंदबाज बन गए.
Siraj’s story is one of hard work, dedication, and overcoming obstacles. He is an inspiration to aspiring cricketers from all backgrounds.